Retirement Age Hike (सेवानिवृत्ति आयु में वृद्धि) : अब तक सरकारी और गैर-सरकारी नौकरियों में 60 साल की उम्र को रिटायरमेंट का पैमाना माना जाता था, लेकिन हाल ही में हाई कोर्ट के एक फैसले के बाद इस नियम पर सवाल उठने लगे हैं। देशभर में लोग जानना चाहते हैं कि क्या वाकई उनकी नौकरी की उम्र बढ़ने वाली है? अगर ऐसा होता है, तो इसका असर कर्मचारियों, युवाओं और सरकार की नीतियों पर क्या पड़ेगा? इस लेख में हम इस पूरे मुद्दे को विस्तार से समझेंगे।
Retirement Age Hike : आखिर माजरा क्या है?
हाल ही में एक मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा कि सरकार को रिटायरमेंट की उम्र पर दोबारा विचार करना चाहिए। कोर्ट का तर्क था कि आज के दौर में 60 साल की उम्र में भी लोग पूरी तरह स्वस्थ और काम करने योग्य होते हैं।
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- औसत जीवन प्रत्याशा बढ़ रही है, जिसका मतलब है कि लोग पहले की तुलना में ज्यादा समय तक सक्रिय रहते हैं।
- कई देशों में रिटायरमेंट की उम्र 65-67 साल तक कर दी गई है, तो भारत में इसे 60 साल तक सीमित रखना कितना सही है?
- कर्मचारियों की क्षमता का सही उपयोग किया जाए, ताकि अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ मिल सके।
कोर्ट के इस बयान के बाद सरकार पर दबाव बन गया है कि वह इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करे।
क्या रिटायरमेंट उम्र बढ़ने से कर्मचारियों को फायदा होगा?
1. अधिक समय तक स्थिर आय का लाभ
60 साल के बाद भी नौकरी जारी रखने का मतलब है कि लोगों को अधिक समय तक वेतन मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिरता बनी रहेगी।
उदाहरण: एक सरकारी शिक्षक, जिसे 60 की उम्र में रिटायर होना था, अगर उसे 65 साल तक नौकरी करने का मौका मिले, तो उसकी पेंशन और बचत को और बेहतर बनाया जा सकता है।
2. अनुभव और ज्ञान का सही उपयोग
वरिष्ठ कर्मचारियों का अनुभव किसी भी संस्थान के लिए बेहद मूल्यवान होता है। अगर वे 5-7 साल और काम करें, तो युवा कर्मचारियों को भी उनसे सीखने का मौका मिलेगा।
उदाहरण: एक वरिष्ठ डॉक्टर जो 35-40 साल से मेडिकल फील्ड में काम कर रहा है, अगर उसे 5 साल और सेवा देने का अवसर मिले, तो नए डॉक्टरों को उनसे सीखने का समय मिलेगा।
3. स्वास्थ्य और कार्यक्षमता में सुधार
पहले 60 साल की उम्र में लोगों को बुजुर्ग माना जाता था, लेकिन आज व्यायाम, हेल्दी डाइट और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से लोग 65-70 साल तक भी काम करने लायक होते हैं।
क्या युवाओं के लिए यह समस्या बन सकती है?
रिटायरमेंट उम्र बढ़ने से एक बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या इससे युवाओं को नौकरी मिलने में परेशानी होगी?
इसका जवाब यह है कि:
- अगर वरिष्ठ कर्मचारी ज्यादा समय तक नौकरी पर बने रहेंगे, तो नई भर्तियों की संख्या कम हो सकती है।
- बेरोजगारी दर पर असर पड़ सकता है, क्योंकि कम पद खाली होंगे।
- लेकिन सरकार नई योजनाएं बनाकर इस समस्या को हल कर सकती है, जैसे कि अलग-अलग सेक्टर में नए रोजगार के अवसर पैदा करना।
सरकार को इस मुद्दे पर संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत होगी ताकि वरिष्ठ और युवा दोनों वर्गों को समान अवसर मिल सकें।
भारत और दुनिया में रिटायरमेंट उम्र की तुलना
अगर हम दूसरे देशों की तुलना करें, तो पाएंगे कि भारत में रिटायरमेंट की उम्र कुछ हद तक कम है। नीचे कुछ देशों की तुलना दी गई है:
देश | औसत रिटायरमेंट उम्र |
---|---|
भारत | 60 साल |
अमेरिका | 66-67 साल |
जापान | 65-70 साल |
जर्मनी | 67 साल |
फ्रांस | 64 साल |
जैसा कि आप देख सकते हैं, कई विकसित देशों में रिटायरमेंट उम्र 65-67 साल तक कर दी गई है। भारत को भी इस दिशा में विचार करना चाहिए।
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कर्मचारियों और सरकार को क्या करना चाहिए?
1. सरकार की भूमिका
- सरकार को व्यापक शोध और डेटा एनालिसिस के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
- सेक्टर-वार नीति बनाई जाए, क्योंकि हर क्षेत्र में काम की प्रकृति अलग होती है।
- युवाओं के लिए नई नौकरियों के अवसर तैयार करने पर ध्यान देना चाहिए।
2. कर्मचारियों की तैयारी
- नए कौशल (skills) सीखें, ताकि उम्र बढ़ने के बावजूद उनकी उत्पादकता बनी रहे।
- रिटायरमेंट प्लानिंग पहले से करें ताकि आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ताकि काम करने की क्षमता बनी रहे।
क्या रिटायरमेंट उम्र बढ़नी चाहिए?
इस पूरे मुद्दे का कोई सीधा जवाब नहीं है। रिटायरमेंट उम्र बढ़ने के फायदे और नुकसान दोनों हैं।
- वरिष्ठ कर्मचारियों को अधिक अवसर मिलेंगे, लेकिन युवाओं के लिए नौकरियों पर असर पड़ सकता है।
- सरकार को ऐसी नीतियां बनानी होंगी, जिससे युवाओं के लिए नई नौकरियां भी उत्पन्न हों और अनुभवी कर्मचारियों की क्षमता का भी सही उपयोग हो।
- अगर रिटायरमेंट उम्र बढ़ती है, तो यह सभी सेक्टर्स में एकसमान नहीं होनी चाहिए। कुछ क्षेत्रों में इसे बढ़ाना सही होगा, जबकि कुछ में नहीं।
अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है। क्या भारत भी दूसरे देशों की तरह रिटायरमेंट उम्र बढ़ाएगा या फिर वर्तमान नियमों को बनाए रखेगा? आने वाले दिनों में इस पर बड़ा फैसला हो सकता है!
आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि रिटायरमेंट उम्र बढ़नी चाहिए? अपने विचार कमेंट में बताएं!
Yes
Yes, person at this age remain fit for any job if he will sit ideal than his body will be lethargic & sick in this condition
Yes, person at this age remain fit for any job if he will sit ideal than his body will be lethargic & sick in this condition
Seeing the population of India the retirement age across the board should be a max of 62 years not more than that , the service in which actionable jobs require lesser age the experienced personal should be used for administrative work and class room training.
Nahi age should be not increased