वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे नियम (Railways Rules for Senior Citizens) : भारतीय रेलवे लाखों लोगों के सफर का सबसे पसंदीदा साधन है, खासकर सीनियर सिटिजन्स के लिए, जो अपने बच्चों या अन्य जरूरी कामों से जुड़े सफर में रेलवे का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। पहले रेलवे सीनियर सिटिजन्स को किराए में 50% तक की छूट देती थी, लेकिन हाल के बदलावों से यह सुविधा सवालों के घेरे में आ गई है। क्या यह छूट वापस मिलेगी या नहीं? आइए विस्तार से जानते हैं।
पहले क्या थी रेलवे की सीनियर सिटिजन छूट?
पहले भारतीय रेलवे सीनियर सिटिजन्स को निम्नलिखित छूट देती थी:
- पुरुष यात्रियों (60 वर्ष या अधिक): 40% किराए की छूट
- महिला यात्री (58 वर्ष या अधिक): 50% किराए की छूट
- छूट सभी मेल, एक्सप्रेस और राजधानी जैसी ट्रेनों में लागू थी
- IRCTC पर टिकट बुक करते समय छूट का विकल्प मिलता था
लेकिन कोरोना महामारी के दौरान रेलवे ने इस सुविधा को बंद कर दिया। रेलवे का कहना था कि इस छूट से उसकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा था।
क्या 2024 में फिर से मिलेगी सीनियर सिटिजन छूट?
अभी तक रेलवे ने सीनियर सिटिजन्स के लिए छूट को पूरी तरह से बहाल नहीं किया है, लेकिन कुछ बदलाव किए गए हैं:
- रेलवे ने AC 3 टियर और स्लीपर क्लास में कुछ छूट देने पर विचार किया है
- जनरल टिकट और लोअर क्लास में कोई छूट नहीं दी जा रही
- रेलवे वित्तीय बोझ का हवाला देकर 50% की छूट पूरी तरह से बहाल नहीं कर रहा
- कुछ सांसदों और जनप्रतिनिधियों ने संसद में छूट वापस लाने की मांग की है
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि छूट देने से रेलवे पर हर साल करीब 1,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ता है, जो घाटे की स्थिति को देखते हुए फिलहाल संभव नहीं है।
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क्या यह छूट पूरी तरह से खत्म हो गई है?
नहीं, पूरी तरह से नहीं। रेलवे ने कुछ नई योजनाओं पर काम किया है:
1. रेलवे कंसेशन स्कीम में बदलाव
- रेलवे उन यात्रियों को छूट देने पर विचार कर रहा है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं
- विशेष योजनाओं के तहत सीनियर सिटिजन्स को सीमित छूट दी जा सकती है
2. फ्लेक्सी डिस्काउंट सिस्टम
- रेलवे कभी-कभी कम यात्री भार वाली ट्रेनों में छूट या विशेष रियायतें देती है
- कुछ स्पेशल ट्रेनों में सीनियर सिटिजन्स के लिए कम किराए की व्यवस्था की गई है
3. IRCTC की कुछ चुनिंदा स्कीम्स
- रेलवे टूर पैकेज में सीनियर सिटिजन्स के लिए छूट या स्पेशल ऑफर देती है
- धार्मिक यात्राओं (जैसे कि चारधाम यात्रा या दक्षिण दर्शन यात्रा) में छूट दी जाती है
सीनियर सिटिजन्स को रेलवे में छूट क्यों मिलनी चाहिए?
1. आर्थिक रूप से मददगार
- कई बुजुर्ग पेंशन पर निर्भर होते हैं और उन्हें अतिरिक्त खर्च की समस्या होती है
- छूट मिलने से वे अपने रिश्तेदारों से मिलने या धार्मिक यात्राओं पर आसानी से जा सकते हैं
2. सामाजिक सहयोग
- रेलवे सरकार की सार्वजनिक सेवा का हिस्सा है, जो हर वर्ग के लोगों को सुविधा देने के लिए बना है
- सीनियर सिटिजन्स को छूट देना उनकी सुविधा के लिए जरूरी है
3. बुजुर्गों के लिए सुविधाजनक यात्रा
- रेलवे अगर छूट के साथ-साथ बुजुर्गों के लिए सुविधाएं बढ़ाए तो यह और अच्छा रहेगा
- जैसे कि स्टेशन पर व्हीलचेयर, अलग से काउंटर, और प्राथमिकता बोर्डिंग सुविधा
रेलवे को यह छूट बहाल करनी चाहिए?
वास्तविक जीवन का उदाहरण:
मिस्टर शर्मा (65) जो कि एक रिटायर्ड स्कूल टीचर हैं, हर साल अपने बच्चों से मिलने मुंबई से दिल्ली ट्रेन से जाते हैं। पहले उन्हें 40% छूट मिलती थी, जिससे उनका सफर किफायती हो जाता था। लेकिन अब, उन्हें पूरी कीमत चुकानी पड़ रही है, जिससे उनकी पेंशन पर असर पड़ रहा है।
उनकी ही तरह लाखों बुजुर्ग इस छूट के बंद होने से प्रभावित हो रहे हैं। इसीलिए, कई लोग चाहते हैं कि यह छूट वापस लाई जाए।
रेलवे की योजना: छूट की जगह दूसरी सुविधाएं?
रेलवे अब छूट की बजाय नई सुविधाओं पर जोर दे रहा है, जैसे कि:
- सस्ते टूर पैकेज – IRCTC के तहत बुजुर्गों के लिए सस्ते टूर पैकेज
- टिकट बुकिंग में प्राथमिकता – वरिष्ठ नागरिकों को टिकट कन्फर्मेशन में प्राथमिकता
- सभी ट्रेनों में व्हीलचेयर सुविधा
- स्टेशन पर मददगार स्टाफ और बुजुर्गों के लिए अलग से सीट रिजर्वेशन
अब तक रेलवे ने 50% की छूट पूरी तरह से बहाल नहीं की है, लेकिन कुछ नई योजनाओं पर काम कर रहा है।
- सस्ते टूर पैकेज और टिकट प्राथमिकता जैसी सुविधाएं मिल रही हैं
- लेकिन पुरानी 40%-50% छूट वापस नहीं आई है
सीनियर सिटिजन्स और सामाजिक संगठनों की मांग पर सरकार इस मामले पर विचार कर सकती है। हो सकता है कि आने वाले समय में कोई नई योजना आए जो सीनियर सिटिजन्स के लिए फायदेमंद हो।
आपको क्या लगता है? क्या रेलवे को यह छूट वापस लानी चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताइए!